Purpose Driven Life Audio

पहिला दिन सब कुछ परमेश्वर से शुरू होखेला।

पहिला दिन सब कुछ परमेश्वर से शुरू होखेला।

दुसरा दिन रउरा एगो दुर्घटना नइखीं

तिसरा दिन राउर जिनगी के चलावेला?

चउथा दिन हमेशा ला बनल रहे खातिर

पांचवा दिन जिनिगी के परमेश्वर के नजर से देखीं।

छठवां दिन जिनिगी एगो अस्थायी काम बीया

सातवां दिन हर बात के कारण होखेला

आठवां दिन परमेश्वर के आनन्द खातिर योजना

नउवां दिन परमेश्वर कवना बात से मुस्कुरालन?

दसवां दिन आराधना वाला दिल

एगारहवां दिन परमेश्वर के सबसे नीमन दोस्त बनीं

बारहवां दिन परमेश्वर के संगे दोस्ती बढ़ाईं

तेरहवां दिन आराधना, जवन कि परमेश्वर के आनन्दित करेला

चौदहवां दिन जब परमेश्वर दूर हो जालन।

पन्द्रहवां दिन परमेश्वर के परिवार खातिर बनावल गइल रहनीं

सोलहवां दिन कवना बात के बेसी महत्त्व बा।

सतरहवां दिन एगो संबंधित जगह

अठारहवां दिन एक साथ जिनिगी के अनुभव

उन्नीसवां दिन समाज के देखभाल

बीसवां दिन टूटल संगति के जोड़ल

एकइसवां दिन आपन कलीसिया के रक्षा

बाइसवां दिन मसीह के जइसन बने खातिर बनावल गइल रहनीं।

तेइसवां दिन हमनी कइसे बढ़ेनीं

चौबिसवां दिन सच्चाई के जरिये बदलाव

पच्चीसवां दिन दुख के कारण बदलाव

छब्बीसवां दिन लालच से निकल के बढ़े के बा

सताइसवां दिन लालच के हरावे के बा

अट्ठाइसवां दिन एकरा में समय लागेला

उन्नतीसवां दिन आपन जिम्मेदारी के स्वीकार करीं

तीसवां दिन परमेश्वर के सेवा करे खातिर बनावल गइल रहनीं

एकतीसवां दिन आपन रूप के समझीं

बत्तीसवां दिन परमेश्वर जे रउरा के दिहले बाड़न ओकर उपयोग करीं।

तैंतीसवां दिन असली सेवक कइसे काम करेलन

चौंतीसवां दिन एगो सेवक के जइसन सोचीं

पैंतीसवां दिन राउर कमजोरी में परमेश्वर के सामर्थ।

छत्तीसवां दिन उदेश्य खातिर सृजन

सैंतीसवां दिन आपन जिनिगी के संदेश के बांटीं

अड़तीसवां दिन विश्व स्तर के मसीही बनीं।

उनचालीसवां दिन आपन जिनिगी में संतुलन राखीं।

चालीसवां दिन एगो उदेश्य खातिर जीहीं।